गर्दन से सम्बन्धित रोग तथा उनका उपचार
गर्दन में रीढ की हड्डी का जो भाग आता है और जिसे सरवाइकल वरट्रीबा कहते है, उस भाग में किसी प्रकार की विकृति आ जाने से कई प्रकार के रोग हो जाते है । क्रुछ प्रमुख रोग जिनसे अधिकतर लोग पीड़ित है, वे इस प्रकार है:
गर्दन से सम्बन्धित ये सब रोग जितने कष्टकर प्रतीत होते है, न्यूरोथैरेपी द्वारा उतने ही शीघ्र दूर होते है। गर्दन का दर्द, गर्दन की जकडन तथा चक्कर आना के रोग इस पद्धति द्वारा रोग की अवस्था अनुसार 7 से 15 दिनों में दूर हो जाते हैं, जबकि कन्धे का दर्द, कन्धे की जकड़न तथा बाजू की नस का दर्द कभी-कभी तो केवल 5 दिन में ही और अगर रोग पुराना हो तो एक - दो महीने या इससे भी कुछ अधिक समय में दूर होता है। अँगूठे मे दर्द या जकड़न तथा लिखने मे कठिनाई का रोग कई लोगों का तो बहुत शीघ्र और कई व्यक्तियों का कई महीनों में ठीक होता है । कुहनी का दर्द प्रायः 10 से 15 दिनों में और कई रोगियों का इससे भी कम समय में दूर हो जाता है। गर्दन से सम्बन्धित उपरोक्त रोगो के मूलभूत कारणों तथा लक्षणों के बारे मे विस्तृत जानकारी पिछले पेज पर दी गई है।
- गर्दन का दर्द - सरवाइकल स्पोन्डीलोसिस
- गर्दन की जकड़न
- चक्कर आना
- कन्धे का दर्द, कन्धे की जकडन तथा बाजू की नस का दर्द
- अँगूठे में दर्द या जकड़न
- लिखने में कठिनाई
- कुहनी का दर्द
गर्दन से सम्बन्धित ये सब रोग जितने कष्टकर प्रतीत होते है, न्यूरोथैरेपी द्वारा उतने ही शीघ्र दूर होते है। गर्दन का दर्द, गर्दन की जकडन तथा चक्कर आना के रोग इस पद्धति द्वारा रोग की अवस्था अनुसार 7 से 15 दिनों में दूर हो जाते हैं, जबकि कन्धे का दर्द, कन्धे की जकड़न तथा बाजू की नस का दर्द कभी-कभी तो केवल 5 दिन में ही और अगर रोग पुराना हो तो एक - दो महीने या इससे भी कुछ अधिक समय में दूर होता है। अँगूठे मे दर्द या जकड़न तथा लिखने मे कठिनाई का रोग कई लोगों का तो बहुत शीघ्र और कई व्यक्तियों का कई महीनों में ठीक होता है । कुहनी का दर्द प्रायः 10 से 15 दिनों में और कई रोगियों का इससे भी कम समय में दूर हो जाता है। गर्दन से सम्बन्धित उपरोक्त रोगो के मूलभूत कारणों तथा लक्षणों के बारे मे विस्तृत जानकारी पिछले पेज पर दी गई है।